अलीगढ। दिनांक 2 दिसंबर 2024 को ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ की कोर कमेटी की ज़ूम मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में संगठन के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 29 दिसंबर 2024 को लखनऊ स्थित कार्यालय में संगठन का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में कोर कमेटी के सदस्यों के साथ-साथ कुछ प्रमुख पसमांदा एक्टिविस्ट और बुद्धिजीवी भी शामिल होंगे। यह सम्मेलन संगठन के भविष्य की दिशा तय करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
सम्मेलन के प्रमुख उद्देश्य और एजेंडा
1. संगठन की दिशा और दशा पर मंथन: सम्मेलन में संगठन के उद्देश्यों, अब तक की उपलब्धियों, और मौजूदा चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यह चर्चा संगठन के भावी कार्यों और उसकी संरचना को और मजबूत करने में सहायक होगी।
2. वित्तीय सहायता के लिए कमेटी का गठन: संगठन को सुचारू रूप से चलाने के लिए वित्तीय स्थिरता अत्यंत महत्वपूर्ण है। सम्मेलन में एक विशेष वित्तीय सहायता कमेटी के गठन का प्रस्ताव पारित किया जाएगा, जो फंडिंग के लिए पारदर्शी और प्रभावी उपाय सुनिश्चित करेगी।
3. पसमांदा समाज को संगठन से जोड़ने के प्रयास : ज़िला, तहसील, ब्लॉक, शहर, और ग्राम पंचायत स्तर पर पसमांदा समाज के लोगों को संगठन से जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। यह कदम पसमांदा समाज के सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।
4. सहमति और सह-अस्तित्व का माहौल बनाना : वर्तमान समय में देश में धार्मिक मुद्दों, जैसे मंदिर-मस्जिद विवाद और कट्टरता, से परे सहमति और सह-अस्तित्व का वातावरण बनाना अत्यंत आवश्यक है। सम्मेलन में इस दिशा में संगठन की भूमिका और योगदान पर चर्चा की जाएगी।
5. संगठन के संचालन में सुधार और बदलाव : संगठन को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी बनाने के लिए सुधार और बदलाव आवश्यक हैं। सभी स्तरों पर समर्पित और कार्यक्षम नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए नए नियम और योजनाएँ लागू की जाएंगी।
6. “लाइन ऑफ एक्शन” तैयार करना : सम्मेलन में संगठन के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। यह योजना संगठन की गतिविधियों को सुदृढ़ और परिणामोन्मुख बनाएगी।
सम्मेलन का महत्व : यह सम्मेलन संगठन के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि यह पसमांदा मुस्लिम समाज को जागरूक करने और उनके अधिकारों के लिए एकजुट होकर कार्य करने का मंच प्रदान करेगा। वित्तीय स्थिरता, सामाजिक समरसता, और संगठनात्मक सुधार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर लिए गए निर्णय भविष्य में संगठन को और अधिक सशक्त और प्रभावशाली बनाएंगे। यह सम्मेलन न केवल संगठन के भीतर सुधारों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि पसमांदा समाज को एक नई दिशा देने में भी सहायक होगा। संगठन के सभी सदस्य और प्रतिभागी इस सम्मेलन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इस प्रकार, संगठन की एकजुटता और उद्देश्य को मजबूती मिलेगी, और समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस अवसर पर संगठन के मुख्या कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद यूनुस, राष्ट्रीय संयोजक शमीम अंसारी, राष्ट्रीय प्रभारी मोहम्मद अहमद , राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर कलीम अंसारी, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष हाजी नेहाल अंसारी, झारखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष अब्बू शहीद अंसारी, शमीम अख्तर, झारखण्ड के प्रभारी इंजीनियर शफ़क़त अली, सलाहकार इंजीनियर अख्तर हुसैन, इसराइल, शकील लेडी, एहतेशाम आदि लोग इस ज़ूम मीटिंग में मौजूद रहे।