ऑल इंडिया पसमांदा और साझेदारी पर आधारित नीति, जो मानवता और वैश्विक भाईचारे को बढ़ावा देती है।
मुस्लिम महाज़ ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के उस महत्वपूर्ण बयान का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के तहत विदेश नीति में बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया है। महाज़ ने इसे भारत के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सार्थक कदम बताया है और सभी नागरिकों से आपसी मतभेद भुलाकर देशहित में योगदान देने की अपील की है।
विदेश मंत्री के बयान पर महाज़ का दृष्टिकोण- महाज़ का मानना है कि विदेश नीति केवल संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों तक सीमित न रहते हुए अब वैश्विक समस्याओं के समाधान और विश्व के विकास में योगदान पर भी केंद्रित होनी चाहिए। भारत को विश्वपटल पर अग्रिम पंक्ति
में लाने के लिए आपसी सौहार्द, भाईचारा, और सामाजिक एकता बेहद महत्वपूर्ण है।
विकसित भारत के लक्ष्य और विदेश नीति के मुख्य बिंदु:
1. वैश्विक नेतृत्व: भारत को जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, खाद्य सुरक्षा, और ऊर्जा संकट जैसी वैश्विक चुनौतियों में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी होगी।
2. आर्थिक सहयोग और व्यापार: व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए नए साझेदारों की तलाश और भारत को एक स्थिर निवेश गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करना।
3. वैश्विक न्याय और समावेश: विकासशील देशों के अधिकारों और चिंताओं को बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था में प्राथमिकता देना।
विदेश नीति में बदलाव के प्रमुख बिंदु:
1. ‘वसुधैव कुटुंबकम’: सहयोग
2. क्षेत्रीय सहयोग: दक्षिण एशिया और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए भारत की बढ़ती भागीदारी।
3. तकनीकी नवाचार और आत्मनिर्भरता: भारत को तकनीकी और औद्योगिक नवाचार का केंद्र बनाने के प्रयास।
4. मानवीय संकटों में योगदान: ‘वैक्सीन मैत्री’ जैसी पहलों के जरिए वैश्विक मानवता की सेवा।
वैश्विक चुनौतियों का समाधान: भारत ने “सर्वे भवन्तु सुखिनः” के दर्शन के तहत वैश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान देना शुरू किया है। महाज़ ने निम्न क्षेत्रों में भारत की भूमिका की सराहना की:
1. पर्यावरण: हरित ऊर्जा और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) और मिशन लाइफ (LiFE) जैसी पहल।
2. स्वास्थ्य: कोविड-19 महामारी के दौरान अन्य देशों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर वैश्विक सहयोग का उदाहरण।
3. सुरक्षा: संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में भारत का योगदान और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख।
निष्कर्ष: महाज़ ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों को आपसी सौहार्द, भाईचारा, और एकजुटता के साथ आगे बढ़ना होगा। धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों को पीछे छोड़कर, हमें देश के विकास को प्राथमिकता देनी होगी। यह विदेश नीति न केवल भारतीय नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करती है, बल्कि विश्व की समस्याओं के समाधान में भी योगदान करती है।
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस पहल का समर्थन करें और एक मजबूत, आत्मनिर्भर, और विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।