ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ और मोमिन अंसार वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में हुआ आयोजन
धामपुर (बिजनौर) | दिनांक – 15 अक्टूबर 2025 धामपुर में आज भारत रत्न, मिसाइल मैन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का यौमे पैदाइश (जन्मदिन) बड़े ही उत्साह, सम्मान और श्रद्धा के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, उत्तर प्रदेश शाखा और मोमिन अंसार वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन जिलाध्यक्ष बिजनौर, ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, जनाब आसिफ अंसारी और एडवोकेट इमरान अहमद अंसारी के सौजन्य से किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनाब इरफान मंसूरी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में जनाब मोहम्मद अहमद साहब (राष्ट्रीय प्रभारी, ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़) एवं विशिष्ट अतिथि जनाब शमशाद मुनरी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन (निज़ामत) नसीम अंसारी, सभासद एवं नगर अध्यक्ष, आज़ाद समाज पार्टी ने किया।
इस अवसर पर शमीम अंसारी (पूर्व सभासद) ने डॉ. कलाम के जीवन, विचारधारा और उनके वैज्ञानिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि “डॉ. कलाम ने अपने कर्म, सादगी और समर्पण से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया।”
मुख्य अतिथि मोहम्मद अहमद अंसारी ने अपने संबोधन में कहा कि “डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी सोच ‘सशक्त भारत, विकसित भारत’ को आगे बढ़ाना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि “ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ समाज में शिक्षा, एकता और समानता के लिए निरंतर कार्यरत है, और यह संगठन डॉ. कलाम की विचारधारा से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहा है।”
अध्यक्ष इरफान मंसूरी ने अपने समापन भाषण में पसमांदा समाज की एकता पर बल देते हुए कहा —“जब सभी पसमांदा समाज एकजुट होंगे, तभी सभी राजनीतिक दल हमारी भागीदारी सुनिश्चित करने पर मजबूर होंगे।”
अंत में जिलाध्यक्ष आसिफ अंसारी ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “डॉ. कलाम जैसी हस्तियाँ राष्ट्र की अमूल्य धरोहर हैं, जिनके आदर्श हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”
इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से —
आसिफ अंसारी (जिलाध्यक्ष, मजदूर सभा), इमरान अहमद अंसारी (एडवोकेट), शराफत अली अंसारी, इरफान अंसारी, रफीक अंसारी, रिफाकत अंसारी, दानिश सिद्दीकी, जावेद अख्तर, शहजाद अंसारी, नासिर अंसारी, आशु अंसारी, नज़ाकत कस्सार, एजाज इदरीसी, शोएब सलमानी, बिलाल चौधरी, नौशाद अंसारी, महमूद अंसारी, सलीम अंसारी और शाकिर अंसारी आदि उपस्थित रहे।
सभी ने मिलकर डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश की और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।

