अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) की प्रतिभाशाली छात्रा इल्मा मकसूद अंसारी ने स्टेट क्वान-की-डो चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण (Gold) और एक रजत (Silver) पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल एएमयू, बल्कि पूरे राज्य और पसमांदा समाज का नाम रोशन किया है।
इल्मा की यह सफलता बताती है कि अगर अवसर, हौसला और मेहनत मिले तो पसमांदा समाज की बेटियाँ भी खेल, शिक्षा, नेतृत्व और हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू सकती हैं।
पसमांदा समाज और बेटियों की चुनौतियाँ- अक्सर पसमांदा मुस्लिम समाज की बेटियों को शिक्षा, खेल और सार्वजनिक जीवन में आगे आने से कई तरह की सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कई जगह संसाधनों की कमी, प्रोत्साहन का अभाव और सामाजिक हिचकिचाहट उनके रास्ते में दीवार बन जाती है।
लेकिन इल्मा मकसूद अंसारी ने यह साबित कर दिया कि हिम्मत, मेहनत और सही मार्गदर्शन के साथ कोई भी रुकावट बड़ी नहीं होती।
महान उपलब्धि — आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
इल्मा ने जो सफलता हासिल की है, वह सिर्फ़ एक खिलाड़ी की जीत नहीं, बल्कि— पसमांदा समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव महिलाओं की भागीदारी के लिए नया रास्ता और समाज की बेटियों के लिए आत्मविश्वास का संदेश का प्रतीक है। उनका अनुशासन, मेहनत, लगन और आत्मविश्वास आने वाली पीढ़ियों की लड़कियों को यह सिखाता है कि— “आप भी आगे बढ़ सकती हैं — बस खुद पर यक़ीन रखें।”
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, इल्मा मकसूद अंसारी को दिली मुबारकबाद पेश करता है और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए दुआ करता है। साथ ही महाज़ यह अपील करता है कि पसमांदा परिवार अपनी बेटियों को शिक्षा, खेल और जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर दें
बेटियों के आत्मविश्वास को मज़बूत करें और समाज में बराबरी एवं सम्मान की सोच विकसित करें पसमांदा समाज की बेटियाँ — भविष्य की मजबूत नींव इल्मा की कामयाबी इस बात का प्रमाण है कि— जहाँ मेहनत और लगन होती है वहाँ पहचान और सम्मान अपने आप मिलता है और यह सफलता केवल उनकी नहीं, बल्कि पूरे पसमांदा समाज की साझा उपलब्धि है।
इल्मा मकसूद अंसारी ने यह संदेश दिया है कि पसमांदा समाज की बेटियाँ भी अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर नया इतिहास लिख सकती हैं। उनकी यह उपलब्धि समाज के लिए प्रेरणा है और यह साबित करती है कि भविष्य उन्हीं का है जो सपने देखते हैं और उन्हें पाने की हिम्मत रखते हैं।

