भुलाया नहीं जा सकता अब्दुल कयूम अंसारी का योगदान

राशिद अयाज़ (रांची रिपोर्टर )

बिहार स्टेट मोमिन कॉन्फ्रेंस (क्यू) द्वारा गांधी स्मारक परिसर में शुक्रवार को अब्दुल कयुम अंसारी की 46 वीं पुण्य तिथि का आयोजन किया गया। डॉ. नीलम ने कहा कि तारबंगला स्थित अंसारी बिल्डिंग को जब भी देखती हूँ तो मन में दुःख होता है। इस बंगला को स्टेडियम में बदल कर तनवीर अंसारी को अपने दादा का नाम रौशन करना चाहिए। यह शहर के लिए एक सपना है। इसे पूरा किया जाना चाहिए। अंसारी साहब के पोते तनवीर अंसारी ने कहा कि दादा जी के योगदान को देश नहीं भुला सकता है। उन्होंने द्विराष्ट्रवाद के सिद्धांत का अविरोध किया था और पुरे राजनीतिक जीवन में नैतिकता और सुचिता का ख्याल रखते रहे हैं। अपना सर्वस्व देश और इस शहर के लिए त्याग कर दिया था। बसपा नेता शैलेश कुमार ने कहा कि देश की आजादी के संघर्ष में अब्दुल साहब शामिल हुए, सक्रिय रहे और अपनी अलग पहचान भारतवर्ष में बनाया। इससे शहर का गौरव भी बढ़ा है। उनकी विरासत और गौरव को बढाने के लिए हम साथ हैं। उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। 17 वर्ष तक मंत्री रह कर निःस्वार्थ सेवा जनता की की। सभी धर्म, समुदाय के लोगों को साथ लेकर चलने का काम किया। जनता से मैत्रीपूर्ण व्यवहार करते थे। नगर अध्यक्ष अरविंद कुमार ठाकुर, कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष ललित कुमार सिन्हा, इम्तेयाज उर्फ धन्नू, अब्दुल सत्तार, सादिक ज़फर, पीर मोहम्मद, खुर्शीद अंसारी, इरफान कुरैशी, मुन्ना बाबू अंसारी, विपिन यादव, बबन यादव, सिंहासन यादव, गिरिजा नन्दन सिंह, रामाशंकर प्रसाद, कृष्णा पासवान, मुन्ना सरदार, वार्ड पार्षद मोजिबुल हक उपस्थित रहे।