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पसमांदा आंदोलन और विमर्श: इतिहास, योगदान और समकालीन परिदृश्य

पसमांदा आंदोलन भारत के मुस्लिम समाज में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता की मांग को लेकर एक ऐतिहासिक एवं परिवर्तनकारी पहल है। ‘पसमांदा’ शब्द उर्दू-फारसी […]

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संत कबीर रहमतुल्लाह अलैहे और पसमांदा विमर्श: एक ऐतिहासिक पुनरावलोकन

कबीर: जीवन, शिक्षाएं और योगदान- हज़रत संत कबीर रहमतुल्लाह अलैहे (लगभग 1398-1518) भारतीय उपमहाद्वीप के उन विरले महापुरुषों में से थे, जिन्होंने समाज के दोनों […]

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भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम समाज की विविधता और पसमांदा विमर्श

भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम समाज केवल धार्मिक इकाई नहीं, बल्कि एक गहराई से विविध, जटिल और सामाजिक-सांस्कृतिक दृष्टि से बहुआयामी समुदाय है। इसकी संरचना में […]

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पसमांदा मुस्लिम समाज उनकी सामाजिक, आर्थिक, और धार्मिक स्थिति

पसमांदा मुस्लिम समाज और उनकी सामाजिक, आर्थिक, और धार्मिक स्थिति को समझने के लिए भारतीय मुस्लिम समाज की संरचना, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, और वर्तमान चुनौतियों पर […]

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पसमांदा आंदोलन कितना सक्रिय और प्रभावशाली हो रहा है

पसमांदा आंदोलन कितना सक्रिय और प्रभावशाली हो रहा है पसमांदा चिंतक पदाधिकारी भली भांति जान रहे हैं,जो मजबूती के साथ आगे की ओर अग्रसर है, […]

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भारत में जाति जनगणना और मुस्लिम समुदाय में जातिगत गतिशीलता

जाति: सामाजिक शक्ति का भंडार- जाति दक्षिण एशिया में सामाजिक शक्ति का एक प्रमुख स्रोत है, जो धार्मिक सीमाओं को पार करती है। परंपरागत रूप […]

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पसमांदा मुस्लिम समाज: ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य और वर्तमान परिदृश्य

परिचय- पसमांदा मुस्लिम समाज, जो भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम समुदाय का एक बड़ा और विविध हिस्सा है, ऐतिहासिक रूप से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप […]

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी: भाई-भतीजावाद से खोखली होती एक राष्ट्रीय संस्था

कभी आधुनिक शिक्षा और योग्यता की मिसाल रही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आज वंशवाद के बोझ तले दब रही है। सर सैयद का सपना टूट […]

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