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इस्लाम के नैतिक विषय: कुरानिक ढाँचे में दया, न्याय और करुणा

समकालीन भारतीय सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में, मुस्लिम समुदाय स्वयं को पहचान, हाशिए पर होने, आर्थिक पिछड़ेपन, सामाजिक कलह और बहुलवाद के लिए खतरों के एक जटिल […]

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अहमद रज़ा ख़ान बरेलवी और पसमांदा समाज

उर्स और पहचान- मौलाना अहमद रज़ा ख़ान क़ादरी बरेलवी का उर्स हर साल बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। बरेली शरीफ़ (उत्तर प्रदेश) में उनके […]

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उत्तर प्रदेश की राजनीति में पसमांदा आंदोलन और पिछड़ों की हिस्सेदारी

उत्तर प्रदेश की राजनीति पिछले तीन दशकों में बड़े सामाजिक और सियासी बदलावों की गवाह रही है। कुर्मी, मौर्या, राजभर, चौहान और लोध जैसी गैर-यादव […]

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आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ — एक राष्ट्रवादी सामाजिक क्रांति की ओर पहला कदम

1. प्रस्तावना: मिशन, दृष्टिकोण और संकल्प- आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक विचार, एक आंदोलन और एक जनजागरण अभियान है। […]

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ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़

भारत की सामाजिक संरचना में पसमांदा मुस्लिम समाज एक ऐसा वर्ग है, जो सदियों से सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर रहा […]

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बिहार विधानसभा चुनाव में ऑल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ की भूमिका का विश्लेषण

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं, और इस महत्वपूर्ण राजनीतिक अवसर पर ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ (AIPMM) पसमांदा मुस्लिम समुदाय की […]

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होली और रमज़ान: एकता और सौहार्द्र का संदेश

भारत अनेक संस्कृतियों और धर्मों का संगम है, जहाँ हर समुदाय के लोग मिल-जुलकर अपने-अपने त्योहारों को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। यह विविधता ही […]

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सामाजिक न्याय में उप-वर्गीकरण की भूमिका और विवाद

भारतीय कानून में आरक्षण को लेकर हमेशा एक सीमित दृष्टिकोण रहा है। अक्सर आरक्षण के विशेष प्रावधानों को समानता के सिद्धांत (अनुच्छेद 14, 15(1), और […]

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