पसमांदा समाज की समस्याओं पर सरकार से त्वरित समाधान की माँग

नई बिहार सरकार से पसमांदा समाज को बड़ी उम्मीदें: महाज़ की बैठक में चर्चा
महाज़ ने रखीं पसमांदा समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार से जुड़ी प्रमुख माँगें
संगठन को ज़मीनी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए महाज़ का बड़ा निर्णय
 फुलवारी शरीफ़ बैठक में राजनीतिक एवं प्रशासनिक प्रतिनिधित्व बढ़ाने की उठी आवाज़
राज्य से राष्ट्रीय स्तर तक और मज़बूती से उठाई जाएगी पसमांदा समाज की आवाज़

फुलवारी शरीफ़, पटना। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, बिहार की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को नया टोला स्थित महाज़ कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश और जिला स्तर के प्रमुख पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। बैठक की शुरुआत हाल ही में बनी नई बिहार सरकार को शुभकामनाएँ प्रेषित करने के प्रस्ताव से हुई। पदाधिकारियों ने एकमत से कहा कि पसमांदा समाज ने नई सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसलिए उम्मीद की जाती है कि सरकार समाज की समस्याओं, अधिकारों और ज़रूरतों पर प्राथमिकता से ठोस एवं प्रभावी कदम उठाएगी।

बैठक में पसमांदा समाज की समस्याओं के त्वरित समाधान की माँग की गई। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, आवास और सामाजिक सुरक्षा जैसी बुनियादी ज़रूरतों पर केंद्रित नीतियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। पदाधिकारियों ने कहा कि शासन-प्रशासन और राजनीति में पसमांदा समाज की सार्थक भागीदारी सुनिश्चित करना समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

संगठन को ज़मीनी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए भी कई निर्णय लिए गए। जिनमें जिलों में कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने, सदस्यता अभियान का विस्तार करने और संगठन की कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी, संगठित तथा नियमित बनाने जैसे कदम शामिल हैं।

बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने कहा कि महाज़ आने वाले समय में पसमांदा समाज की आवाज़ को राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक और अधिक ताक़त के साथ उठाता रहेगा तथा समाज के हितों की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रयास करता रहेगा।

आज की बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारियों में डॉ. नसीम अनवर (कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष), तौक़ीर अहमद (प्रदेश प्रधान), मोहम्मद शमीम अख़्तर (प्रदेश महासचिव), डॉ. फिरोज़ अंसारी (जिलाध्यक्ष, गया), मोहम्मद नजमुल हसन, मोहम्मद इक़बाल, ग़यासुद्दीन, मोहम्मद मुस्तफा मंसूरी (प्रदेश सचिव), मोहम्मद शमशाद अंसारी (प्रदेश महासचिव), शमसुल हक़ अंसारी (जिलाध्यक्ष, सिवान), मोहम्मद नासिर अहमद, मोहम्मद सरफ़ुद्दीन (सीतामढ़ी) और मोहम्मद शादाब (सीतामढ़ी) शामिल रहे।