हिफ्ज़ुर्रहमान अंसारी : एक प्रख्यात अरबी विद्वान और राजनयिक

हिफ्ज़ुर्रहमान अंसारी साहब, एक अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी हैं, जिनका जीवन और कार्यभार प्रेरणा का स्रोत है। आज वह कुवैत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और कुवैत के प्रिंस के साथ उपस्थित हैं। यह अवसर न केवल उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण है, बल्कि भारत के गौरवको भी विश्व मंच पर स्थापित करता है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा- हिफ्ज़ुर्रहमान अंसारी साहब का जन्म उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले में हुआ। उनका पालन-पोषण एक शिक्षित और संस्कारी परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से प्राप्त की। “अलीग” कहलाने का गौरव उन्हें एएमयू से मिला, और यहीं से उन्होंने अरबी और अंग्रेजी भाषा में अपनी उत्कृष्टता प्राप्त की।

भाषा और विद्वता- हिफ्ज़ुर्रहमान अंसारी साहब को अरबी और अंग्रेजी में महारत हासिल है। उनकी विद्वता और भाषाई कौशल ने उन्हें विश्व के कई देशों में पहचान दिलाई। अरबी भाषा पर उनकी गहरी पकड़ ने उन्हें एक महान अरबी विद्वान के रूप में स्थापित किया। उन्होंने इस्लामी संस्कृति और भाषा को समझने और सिखाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

राजनयिक कार्यकाल- हिफ्ज़ुर्रहमान अंसारी साहब ने भारत सरकार के लिए कई देशों में राजनयिक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वह सीरिया में भारत के राजदूत रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने कई अन्य देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया।