आज स्वयं को देश का सबसे बड़ा पिछड़ा कहने वाले कई कीर्तिमान बनाने वाले कई रिकार्ड तोड़ने वाले माननीय प्रधानमंत्री जी ने राजसभा में अपने वक्तव्य में बताया कि आरक्षण पर पण्डित नेहरू क़हते थे कि ओबीसी,एससी,एसटी क़े लोग यदि नौकरी में आयेंगे तो कार्य क़े स्तर पर प्रभाव पड़ेगा एससी,एसटी क़े लोग तो देश आजादी क़े समय से ही अपनी आबादी क़े अनुपात में आरक्षण पा रहेँ हैं क्या प्रभाव पड़ा नौकरियों में या समाज क़े स्तर में यह तो बताया ही नहीँ। आजादी क़े लगभग 40वर्ष बाद 52%ओबीसी समाज को जो 27% आरक्षण दिया गया जो आजतक लगभग 33वर्षों में मात्र 5.80%ही मिल पाया बाकी का 21%कौन खा रहा न इस पर कोई चर्चा की और न ही अति पिछड़ों क़े लियॆ बनाये गये रोहणी आयोग को लागू करने,जातीय जनगणना पर कोई वक्तव्य दिया। नेहरूजी ने कुछ नहीँ किया कांग्रेस ने कुछ नहीँ किया इसीलिये तो आपको लाये हैं आप ही अपने को सबसे बड़ा पिछड़ा भी कहते हैं फिर भी 60% ओबीसी समाज क़े लियॆ रहम का एक शब्द नहीँ बोलते हमें तो उम्मीद है इस संसद सत्र में ही EWS कोटे की तरह पिछड़ों अति पिछड़ों की आबादी कितनी उसके लियॆ जातीय जनगणना की घोषणा,रोहणी आयोग की संस्तुतियां सार्वजनिक कर लागू कर अति पिछड़ों को न्याय दें तभी यह 60%ओबीसी समाज क़े लोग आपको सबसे बड़ा ओबीसी होने पर गर्व करेंगे । अगर आप द्वारा कांग्रेस और उनके नेताओं को कोस कर ही काम् चलाना चाहते हैं तब इतने बड़े पिछड़े नेता की अगुवाई क़े बाद भी अपना हक हकूक हिस्सा नहीँ प्राप्त कर पाये फिर किस काम का इतना बड़ा पिछड़ा ?इसलिये पुनः एकबार ओबीसी महासंघ आपसे अनुरोध करना चाहता है उपरोक्त बिंदुओं पर विचार कर लें बड़ी उम्मीद है इस 60%ओबीसी को महोदय।