 लखनऊ/पटना, 16 अक्टूबर 2025 — आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने पसमांदा समाज से एकजुटता, जागरूकता और सजगता के साथ मतदान करने की अपील की है।
लखनऊ/पटना, 16 अक्टूबर 2025 — आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने पसमांदा समाज से एकजुटता, जागरूकता और सजगता के साथ मतदान करने की अपील की है।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब परवेज़ हनीफ, मुख्य कार्यकारी निदेशक जनाब मुहम्मद यूनुस, और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जनाब शारिक अदीब अंसारी ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि इस चुनाव में पसमांदा समाज को अपनी राजनीतिक शक्ति का परिचय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाज़ का उद्देश्य किसी राजनीतिक दल का समर्थन करना नहीं, बल्कि समाज को राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
नेताओं ने कहा कि जहां-जहां पसमांदा मुस्लिम समाज के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, वहां समाज के लोग एकजुट होकर उनका समर्थन करें।
“अपना नेता वही बनेगा, जिसे हम स्वयं चुनेंगे और आगे बढ़ाएंगे,” — संयुक्त बयान में कहा गया।
महाज़ ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन क्षेत्रों में पसमांदा प्रत्याशी नहीं हैं, वहां मतदाता ऐसे उम्मीदवार को चुनें जो ईमानदार, समाजसेवी और विकासोन्मुखी हो तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता देता हो।
संगठन ने यह भी दोहराया कि ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ किसी भी राजनीतिक दल का आधिकारिक समर्थन नहीं करता। संगठन का मकसद समाज के हक़ और प्रतिनिधित्व के लिए जागरूकता फैलाना है ताकि पसमांदा वर्ग को लोकतांत्रिक ढांचे में उचित भागीदारी मिल सके।
जनाब शारिक अदीब अंसारी ने कहा —
“हमारा उद्देश्य किसी दल का झंडा उठाना नहीं, बल्कि पसमांदा समाज का झंडा बुलंद करना है।”
संयुक्त बयान में कहा गया कि जब तक पसमांदा समाज अपनी मतदान शक्ति को संगठित रूप से पहचानकर उपयोग नहीं करेगा, तब तक कोई भी दल उसे समान दर्जा नहीं देगा।
अंत में नेताओं ने समाज से अपील की कि वे अपने मताधिकार का उपयोग समझदारी और जिम्मेदारी से करें।
“हमारा लक्ष्य सत्ता नहीं, बल्कि सत्ता में समान भागीदारी है। वोट अब इबादत है — जो समाज के उत्थान, शिक्षा, रोजगार और न्याय के लिए हो,” — नेताओं ने कहा।
महाज़ ने सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है कि वे इस संदेश को घर-घर तक पहुंचाएं और समाज को एकता, जागरूकता और सम्मान के साथ मतदान के लिए प्रेरित करें।

