सुल्तानपुर के लंभुआ में AIPMM का एसआईआर जागरूकता अभियान सम्पन्न

एसआईआर सामान्य प्रक्रिया, डर फैलाने वालों से सावधान रहें : अफजल अंसारी

ग्राम लंभुआ में पसमांदा महाज ने दूर की एसआईआर से जुड़ी गलतफहमियाँ

पसमांदा उलेमा बोर्ड गठन पर ग्रामीणों और उलेमा से ली गई राय

पसमांदा महाज ने ग्रामवासियों को एसआईआर फार्म भरवाकर दिया जागरूकता का संदेश

पसमांदा समाज की समस्याओं के समाधान हेतु उलेमा बोर्ड गठन की तैयारी तेज

सुल्तानपुर। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज (AIPMM) द्वारा जिले के ग्राम लंभुआ में रविवार को एक महत्वपूर्ण जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व संगठन के प्रदेश प्रभारी अफजल अंसारी ने किया। अभियान का प्रमुख उद्देश्य एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) प्रक्रिया को लेकर लोगों में फैली गलत जानकारियों को दूर करना तथा पसमांदा उलेमा बोर्ड के गठन के संबंध में व्यापक राय लेना था।

अफजल अंसारी के नेतृत्व में संगठन की जिला कार्यकारिणी टीम गांव-गांव पहुंची और ग्रामीणों को एसआईआर फार्म भरने की अनिवार्यता और आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसआईआर फार्म भरना हर ग्रामवासी के लिए जरूरी है, क्योंकि इससे मतदाता सूची की सटीकता सुनिश्चित होती है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य किसी को अलग करना नहीं है, बल्कि केवल मृत व्यक्तियों के नाम हटाना और जिन मतदाताओं का नाम दो या अधिक जगह दर्ज है, उसे एक ही स्थान पर स्थिर करना है।

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि कुछ लोग एसआईआर को लेकर डर फैलाने का कार्य कर रहे हैं, जबकि यह पूर्णत: नियमित और सामान्य प्रक्रिया है, जो पहले भी कई बार हो चुकी है। “साल 2002 में भी यही प्रक्रिया लागू हुई थी और चुनाव आयोग समय-समय पर इसे करता आ रहा है,” उन्होंने कहा।

अभियान के दौरान प्रतिनिधि मंडल ने न सिर्फ लोगों को जागरूक किया बल्कि मौके पर ही कई ग्रामीणों के एसआईआर फार्म भी भरवाए। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और संगठन से सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया।

इसके अलावा, अफजल अंसारी ने पसमांदा उलेमा बोर्ड के गठन को लेकर जिला कार्यकारिणी सदस्यों, मौलानाओं और इमामों से भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि पसमांदा उलेमा बोर्ड का गठन इसलिए आवश्यक है ताकि समाज की धार्मिक, सामाजिक और शैक्षिक समस्याओं का समाधान एक सुनियोजित मंच के माध्यम से किया जा सके। उन्होंने बताया कि बोर्ड जनजागरूकता, धार्मिक मार्गदर्शन और समाज के हित में नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इस अवसर पर अयोध्या मंडल अध्यक्ष जलील अहमद, जिला अध्यक्ष गफ्फार घोसी, जिला उपाध्यक्ष खालिद मंसूरी, मकबूल इदरीसी सहित संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर ग्रामवासियों को संगठन की योजनाओं और आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी तथा अधिक से अधिक लोगों को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया।