देश के पसमांदा मुसलमानों को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए : शकील घोसी

राशिद अयाज़ , रांची रिपोर्टर

लखनऊ।  आल इंडिया पस्मंदा मुस्लिम महाज़ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, शकील घोसी ने आयोजित कार्यक्रम में कहा योजनाओं के माध्यम से बिना किसी भेदभाव और तुष्टीकरण के पसमांदा मुस्लिम समुदाय का आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास किया जाये। 

आजादी के बाद के 77 सालों में पसमांदा मुसलमान हाशिये पर चले गये हैं . देश व राज्यों की अन्य तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियों ने पसमांदा मुसलमानों को गुमराह किया है। इन पार्टियों ने अपने फायदे के लिए मुस्लिम समाज का भरपूर इस्तेमाल किया है. सिर्फ वोट बटोरने के लिए मुस्लिम समाज को गुमराह किया जाता है। अब अपना खोया हुआ राजनीतिक सम्मान वापस लाने, पिछड़ापन दूर करने और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सही समय है।

 हुकूमतों से हम मांग करते हैं पिछड़े मुस्लिम समुदाय को तमाम योजनाओं का लाभ देकर उनके पिछड़ेपन को दूर करने का काम किया जाये । पसमांदा मुस्लिम समाज को अब किसी भी पार्टी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। ये पार्टियाँ मुस्लिम समुदाय को केवल गुमराह कर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती हैं और अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकती हैं। ये पार्टियां पसमांदा मुस्लिम समाज का पिछड़ापन कभी दूर नहीं कर सकतीं. ये पार्टियां सिर्फ पसमांदा समुदाय का वोट चाहती हैं और उसके बाद पसमांदा मुस्लिम समुदाय को भूल जाती हैं. अब यह पसमांदा मुस्लिम समुदाय की भी जिम्मेदारी है कि अपनी सूझ बुझ का इस्तेमाल करते हुए अपने आईनी हक़ का सही और ज़ोरदार तरीके से इस्तेमाल करें की इसकी गूंज सत्ता के गलियारों में सुनाई दे।  देश के पसमांदा मुसलमान आज भी उस के साथ खड़े हैं जो पसमांदा समाज के विकास के लिए काम करे । 

ऐसे में जरूरत है कि देश के पसमांदा मुसलमान भी अपनी भूमिका निभाएं और तथाकथित सेक्युलर पार्टियों और वोटों के ठेकेदारों से सावधान रहकर चुनाव में अपनी बुद्धि और विवेक से जवाब दें और अपने आईनी हक़ का सही इस्तेमाल करें ताकि देश का उज्ज्वल भविष्य उज्जवल हो सके।