एनडीए की जीत पर बधाई, पसमांदा समाज के हक़-अधिकारों पर महाज़ की अहम बैठक
रांची में पसमांदा मुस्लिम महाज़ की आपात बैठक, तीन प्रमुख प्रस्ताव पारित
बिहार चुनाव के बाद पसमांदा प्रतिनिधित्व पर महाज़ का बड़ा विमर्श
रांची। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ — बिहार प्रदेश की एक महत्वपूर्ण व आपात बैठक रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों, विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं और समाजसेवियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। बैठक में सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव–2025 में एनडीए की स्पष्ट जीत पर संगठन की ओर से बधाई दी गई और नई सरकार से पसमांदा मुस्लिम समाज, जो कि राज्य की 85% से अधिक मुस्लिम आबादी का प्रतिनिधित्व करता है, के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आर्थिक सशक्तीकरण और राजनीतिक हिस्सेदारी जैसे प्रमुख मामलों पर ठोस कदम उठाने की अपेक्षा व्यक्त की गई।
बैठक में तीन मुख्य प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। पहला प्रस्ताव बिहार में पसमांदा समाज से जुड़े सभी विजयी विधायकों और संघर्षशील पराजित प्रत्याशियों के सम्मान में पटना में एक भव्य समारोह आयोजित करने का था। दूसरे प्रस्ताव के तहत ‘‘ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’’ के गठन के लिए पूरे देश में व्यापक परामर्श अभियान चलाने की घोषणा की गई, जिसमें उलेमा, बुद्धिजीवी, समाजसेवी, महिला प्रतिनिधि और युवा कार्यकर्ताओं से सुझाव लिए जाएँगे। तीसरे प्रस्ताव में बिहार में संगठन विस्तार को प्राथमिकता देते हुए जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर मेगा सदस्यता व जागरूकता अभियान चलाने तथा वर्ष 2026 तक राज्य के प्रत्येक गाँव में पसमांदा युवा इकाइयाँ स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
बैठक में डॉ. नसीम अनवर, तौक़ीर अहमद, मोहम्मद शमीम अख़्तर, मोहम्मद शमशाद अंसारी, मोहम्मद मुस्तफा मंसूरी, डॉ. फिरोज़ अंसारी, शमसुल हक़ अंसारी, मोहम्मद सरफ़ुद्दीन और मोहम्मद शादाब सहित कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। अंत में सभी ने शिक्षा, रोजगार, सम्मान और राजनीतिक प्रतिनिधित्व की लड़ाई को और तेज़ी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

