अब्दुल कय्यूम अंसारी: पसमांदा समाज के महानायक को श्रद्धांजलि

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और पसमांदा समाज के अग्रणी नेता अब्दुल कय्यूम अंसारी की पुण्यतिथि के अवसर पर ऑल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, बिहार द्वारा दिनांक 18 जनवरी 2025 को पटना के कम्युनिटी हॉल, फुलवारी शरीफ में एक विशेष श्रद्धांजलि संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अंसारी जी के विचारों और योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करना और समाज के हर वर्ग को उनकी महान विचारधारा से अवगत कराना है।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां- संगोष्ठी में प्रदेश और देश के अन्य राज्यों से पसमांदा पदाधिकारी, बुद्धिजीवी, राजनेता, उलेमा और पसमांदा एक्टिविस्ट शामिल होंगे। यह आयोजन अंसारी जी के सामाजिक और राजनीतिक योगदान पर चर्चा करने के साथ-साथ पसमांदा समाज को सशक्त और एकजुट करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

मुख्य अतिथि और वक्ता: इस विशेष आयोजन में मुख्य वक्त अपने विचार साझा करेंगे। वक्ता अब्दुल कय्यूम अंसारी के जीवन संघर्ष, उनकी समाज सुधारक सोच, और पसमांदा समाज के उत्थान में उनके योगदान पर प्रकाश डालेंगे।

“अब्दुल कय्यूम अंसारी न केवल पसमांदा समाज के एक मार्गदर्शक थे, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए एक प्रेरणा स्रोत थे। उन्होंने हमेशा जातिगत भेदभाव, सांप्रदायिकता, और सामाजिक असमानता के खिलाफ आवाज उठाई। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने स्वतंत्रता संग्राम के समय थे।”

अब्दुल कय्यूम अंसारी का योगदान और उनकी विचारधारा- अब्दुल कय्यूम अंसारी ने पसमांदा समाज के लिए शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का सपना देखा और इसे साकार करने के लिए अनेक संस्थाओं की स्थापना की। उन्होंने विभाजनकारी राजनीति का विरोध करते हुए सभी धर्मों और जातियों के बीच समरसता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा दिया। उनका नारा, “हमारी ताकत हमारी एकता में है, और हमारी प्रगति हमारी शिक्षा में,” आज भी प्रेरणादायक है।

संगोष्ठी के उद्देश्य- इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य आज की पीढ़ी को अंसारी जी के संघर्षों, विचारों, और समाज सुधार के प्रयासों से अवगत कराना है। कार्यक्रम में उनके जीवन से जुड़े प्रेरणादायक प्रसंगों को साझा किया जाएगा। वक्ता इस बात पर जोर देंगे कि पसमांदा समाज के विकास और सशक्तिकरण के लिए अंसारी जी के आदर्शों पर चलना आवश्यक है।

कार्यक्रम का समापन और संकल्प- फातिहा-ख्वानी और अब्दुल कय्यूम अंसारी के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ होगा। इस संगोष्ठी में यह निर्णय लिया जाएगा कि पसमांदा समाज के विकास के लिए शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक जागरूकता जैसे क्षेत्रों में ठोस प्रयास किए जाएंगे।

“अब्दुल कय्यूम अंसारी जैसे महान नेता का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनकी विचारधारा हमारे लिए प्रेरणा है और रहेगी। उनके बताए मार्ग पर चलना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”