कानपुर “आइ लव मोहम्मद” विवाद महज़ अफवाह
नबी से सच्ची मोहब्बत उनकी सीरत और सुन्नत पर अमल में है: मोहम्मद यूनुस
महाज़ ने देशवासियों से शांति, भाईचारा और सद्भाव बनाए रखने की अपील की
लखनऊ, गया और वडोदरा में होंगे पसमांदा जागरूकता संवाद
पसमांदा समाज में सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक चेतना जगाने का संकल्प
वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में महाज़ की ज़ूम बैठक सम्पन्न
दिनांक 25 सितम्बर 2025 को ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ द्वारा एक महत्वपूर्ण ज़ूम मीटिंग का आयोजन किया गया। इस बैठक में संगठन के राष्ट्रीय, प्रदेश और ज़िला स्तर के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बैठक का संचालन राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सीईओ श्री मुहम्मद यूनुस ने किया।
बैठक की शुरुआत हाल ही में लेह-लद्दाख में हुई हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा से हुई। संगठन ने स्पष्ट किया कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है और भारत का संविधान सभी नागरिकों को अपने विचार शांतिपूर्ण और संवैधानिक ढंग से रखने का अधिकार देता है। संगठन ने देशवासियों से अपील की कि वे अफवाहों और उकसावे से बचें तथा शांति, भाईचारा और आपसी सद्भाव बनाए रखें।
श्री यूनुस ने अपने संबोधन में कहा: “ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ हमेशा से शांति, एकता और न्याय के सिद्धांतों पर चलता आया है। हमारा संगठन पसमांदा समाज के अधिकारों और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। लेह-लद्दाख की हिंसा, देश की एकता और संविधान के मूल्यों के विपरीत है। हम सभी से आग्रह करते हैं कि देश और समाज में अमन-चैन बनाए रखें।”
उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में कानपुर में ‘I Love Muhammad ﷺ’ को लेकर जो विवाद खड़ा किया गया, वह पूरी तरह से अफवाहों और गलत प्रचार का नतीजा है। नबी-ए-करीम ﷺ के नाम पर किसी भी प्रकार की एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। कुछ असामाजिक तत्वों ने गलत जानकारी फैलाकर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया है।
श्री यूनुस ने स्पष्ट किया कि: नबी-ए-करीम ﷺ से सच्ची मोहब्बत उनकी सीरत और सुन्नत पर अमल करने में है, न कि केवल नारों और दिखावे में। नबी ﷺ की तालीमात — इंसाफ, बराबरी, रहमदिली और अमन — आज भी समाज के लिए सबसे बड़ा संदेश हैं। अफवाहों से बचना, कानून का पालन करना और भाईचारे को मजबूत करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संगठन द्वारा आगामी पसमांदा जागरूकता संवाद लखनऊ (उत्तर प्रदेश), गया (बिहार) और वडोदरा (गुजरात) में आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य पसमांदा समाज में सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक चेतना को जागृत करना तथा आपसी एकता और भाईचारे को मज़बूत करना है। श्री यूनुस ने सभी पदाधिकारियों और सदस्यों से अपील की कि वे इन आयोजनों को सफल बनाने के लिए आगे आएं, अनुशासन बनाए रखें और अपनी क्षमता के अनुसार आर्थिक सहयोग भी करें।
बैठक के प्रमुख बिंदु
1. लेह-लद्दाख हिंसा की निंदा: हिंसा का विरोध और शांति बनाए रखने की अपील।
2. पसमांदा जागरूकता संवाद: लखनऊ, गया और वडोदरा में बड़े स्तर पर आयोजन।
3. कानपुर विवाद पर संगठन की स्थिति: विवाद को अफवाह और भ्रामक प्रचार करार दिया गया।
4. नबी ﷺ की तालीमात: इंसाफ, बराबरी और अमन को जीवन में अपनाने का आह्वान।
5. संगठनात्मक अपील: अनुशासन, आर्थिक सहयोग और एकता पर ज़ोर।
इस अवसर पर अख्तर हुसैन- राष्ट्रीय सलाहकार, डॉ. नसीम अनवर-कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, बिहार सलीम गरासिया-प्रदेश अध्यक्ष, गुजरात, हाजी ताहिर हुसैन- प्रदेश अध्यक्ष, उ.प्र., शारिक अदीब- राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, कमरुद्दीन अंसारी-राष्ट्रीय महासचिव, शफकत अंसारी-प्रदेश प्रभारी, झारखंड, समीन अंसारी-राष्ट्रीय सलाहकार, तौकीर आलम अंसारी-प्रधान महासचिव, बिहार, शमीम अख्तर-प्रदेश महासचिव, बिहार, परवेज आलम-प्रदेश उपाध्यक्ष, बिहार आदि लोग उपस्थित रहे।
हजरत मोहम्मद S.A.W बैनर को हटाने को लेकर जो विवाद खड़ा किया गया हैं जिसतरह से देश का माहौल बनाया गया ये सरासर गलत हे हजरत मोहम्मद S.A.W 1400 वर्ष पहले शांति,एकता,शिक्षा,भाईचारा कापैगाम दिया गया है हमारे नबी ए पाक S.A.W पर किसी भी तरह कि गलत टिप्पणी हमे बर्दास्त नहीं हैं. लोकशाही देश में संविधान सबके लिए बराबर है सभी धर्म के लोगों को अपना धर्म का पालन करने का अधिकार है. देश में एकता और शांति बनाए रखे. 3 तारीख भारत बंध का ऐलान पर हमे कोई लेना देना नहीं हे पसमांदा मुस्लिम ओबीसी समाज को इन जैसे लोगों से दूर रहना चाहिए वक्फ बिल का विरोध क्यू? जबकि वक्फ बोर्ड कि संपत्ति को गरीब यतीम बेवाओ का अधिकार को लूटा गया भूमाफियाओं के द्वारा।।। जय हिन्द जय भारत।।। सलीम गरासिया प्रदेश अध्यक्ष गुजरात ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ओबीसी 🙏