पसमांदा उलेमा बोर्ड गठन को लेकर AIPMM की अहम ज़ूम बैठक
पसमांदा मुस्लिम समाज के उत्थान पर देशभर के उलेमा एकजुट
AIPMM ने पसमांदा उलेमा को सशक्त मंच देने का लिया संकल्प
धार्मिक समानता और संगठन विस्तार पर पसमांदा नेतृत्व का जोर
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के सामाजिक न्याय, धार्मिक समानता और संगठनात्मक सशक्तीकरण की दिशा में ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ (AIPMM) द्वारा एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन ज़ूम बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मोहम्मद यूनुस ने की। इस बैठक में बिहार, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों से संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, पसमांदा उलेमा, इमाम, मौलाना एवं प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।
बैठक में पसमांदा मुस्लिम समाज की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और धार्मिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि मुस्लिम समाज के एक बड़े हिस्से होने के बावजूद पसमांदा वर्ग आज भी धार्मिक नेतृत्व और संस्थागत निर्णय प्रक्रियाओं में हाशिए पर है। इस असमानता को समाप्त करने के लिए संगठित प्रयास और मजबूत ढांचे की आवश्यकता है।
इसी क्रम में बैठक में ऑल इंडिया पसमांदा उलेमा बोर्ड के गठन पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सभी प्रतिभागियों ने एकमत से माना कि पसमांदा उलेमा को एक सशक्त, संगठित और सम्मानजनक मंच देने के लिए इस बोर्ड का गठन अत्यंत आवश्यक है। यह बोर्ड धार्मिक जागरूकता बढ़ाने, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और पसमांदा समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मनिर्भरता से जोड़ने का कार्य करेगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय, राज्य, मंडल, जिला और स्थानीय स्तर पर उलेमा बोर्ड की इकाइयों का गठन किया जाएगा, जिससे संगठन की पहुंच जमीनी स्तर तक सुनिश्चित हो सके। बिहार प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद तौकीर अहमद ने बताया कि शीघ्र ही पटना में महान पसमांदा नेता अब्दुल कय्यूम अंसारी की पुण्यतिथि के अवसर पर एक बड़े सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उलेमा बोर्ड का औपचारिक गठन किया जाएगा।
झारखंड, असम और अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में संगठनात्मक गतिविधियों, स्वास्थ्य शिविरों, जागरूकता अभियानों और सदस्यता विस्तार की योजनाओं की जानकारी दी। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सेवा कार्यों और सतत संघर्ष के माध्यम से ही पसमांदा समाज को उसका अधिकार और सम्मान दिलाया जा सकता है।
समापन संबोधन में सीईओ मोहम्मद यूनुस ने कहा कि ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ एक राष्ट्रवादी सामाजिक संगठन है, जो किसी टकराव या विभाजन की राजनीति में विश्वास नहीं करता। संगठन का उद्देश्य पसमांदा उलेमा और समाज के वंचित तबकों को मुख्यधारा से जोड़ना, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराना तथा इस्लाम की समानता और इंसानियत की मूल भावना को मजबूत करना है।
बैठक में यह संकल्प लिया गया कि पसमांदा समाज के धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए संगठित, सकारात्मक और निरंतर प्रयास किए जाएंगे। इस ज़ूम बैठक को पसमांदा आंदोलन के लिए एक निर्णायक और दूरगामी प्रभाव डालने वाला कदम माना जा रहा है।

