संगठित संघर्ष से ही हक मिलेगाः एआइपीएमएम

सुलतानपुर में पसमांदा जागरूकता कार्यक्रम, संगठन को मजबूत करने का आह्वान
सुलतानपुर में पसमांदा आंदोलन को मिली नई ऊर्जा

सुलतानपुर। दिनांक 28 दिसम्बर 2025 को ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज (एआइपीएमएम) के प्रदेश प्रभारी अफजाल अंसारी के गृह जनपद सुलतानपुर की विधानसभा जयसिंहपुर अंतर्गत विधानसभा अध्यक्ष अनवर के गांव में पसमांदा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता सुलतानपुर जिला अध्यक्ष गफ्फार घोसी ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी जिला मीडिया प्रभारी सब्बू ने निभाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष अब्दुल खालिद मंसूरी ने कहा कि आज हम अपने सामने देख रहे हैं कि एससी/एसटी वर्ग के लोगों ने संगठित होकर अपनी राजनीतिक और सामाजिक हिस्सेदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बहन कुमारी मायावती मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और देश को राष्ट्रपति भी इसी समाज से मिले हैं। यह सब इसलिए संभव हो सका क्योंकि उस समाज ने संगठित होकर अपनी लड़ाई खुद लड़ी और अपने संगठनों को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि पसमांदा समाज को भी इन्हीं अनुभवों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज पसमांदा समाज के लिए एक मजबूत और भरोसेमंद मंच है और यदि समाज तन, मन और धन से संगठन से जुड़ता है तो उसे कभी निराशा नहीं होगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि किसी भी कठिन समय में संगठन समाज के साथ खड़ा रहेगा।

अयोध्या मंडल अध्यक्ष जलील अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि यदि समाज संगठित हो जाए तो छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि आपसी सहयोग से समस्याओं का समाधान संभव होगा। उन्होंने कहा कि आज ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज किसी पहचान का मोहताज नहीं है, संगठन देश के 12 राज्यों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है और आने वाले समय में पूरे देश में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएगा। उन्होंने संयम और अनुशासन के साथ आगे बढ़ने पर जोर देते हुए कहा कि समाज को कम से कम एक प्रतिनिधि सरकार में पहुंचाने के लक्ष्य के साथ काम करना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए रणनीति पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष अनवर ने गांव-गांव जाकर संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी लेने की घोषणा की और पसमांदा समाज को एकजुट करने का संकल्प दोहराया।