जकात फाउंडेशन: दान से आत्मनिर्भरता की ओर एक नई क्रांति

नई दिल्ली। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने इस वर्ष माह-ए-रमज़ान के पवित्र अवसर पर एक ऐतिहासिक और समाज-हितैषी पहल की शुरुआत की है। संगठन ने “जकात फाउंडेशन” की स्थापना का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य पसमांदा समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को ब्याज मुक्त लोन प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
इस्लाम में जकात सिर्फ एक दान नहीं, बल्कि समाज में आर्थिक संतुलन स्थापित करने का एक प्रभावी साधन है। आमतौर पर जकात की राशि गरीबों, विधवाओं, अनाथों और जरूरतमंदों को सीधे दी जाती है, लेकिन यदि इसे योजनाबद्ध तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह समाज के आर्थिक सुधार का एक मजबूत जरिया बन सकती है।
ब्याज मुक्त लोन योजना: आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई पहल
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने निर्णय लिया है कि जकात की इस राशि को जरूरतमंद लोगों को इंट्रेस्ट-फ्री (ब्याज मुक्त) लोन के रूप में दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को छोटे स्तर पर व्यापार शुरू करने, स्वरोजगार अपनाने, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, विवाह और अन्य आवश्यक जरूरतों में सहायता दी जाए, जिससे वे खुद को आत्मनिर्भर बना सकें और आगे चलकर समाज के अन्य ज़रूरतमंदों की भी मदद कर सकें।
योजना के प्रमुख बिंदु:
✔ स्थायी जकात फंड – जकात की राशि को एक संगठित तरीके से एकत्र कर इसे जरूरतमंदों की भलाई में लगाया जाएगा।
✔ ब्याज मुक्त लोन – छोटे स्तर पर स्वरोजगार के लिए आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को ऋण प्रदान किया जाएगा।
✔ लोन की पुनः उपयोगिता – ऋण प्राप्तकर्ता को निश्चित समय में मूलधन लौटाना होगा, जिससे यह राशि अन्य जरूरतमंदों की मदद के लिए पुनः इस्तेमाल हो सके।
✔ शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान – गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षा और चिकित्सा सहायता के लिए विशेष फंड रखा जाएगा।
✔ महिलाओं की सहायता – विधवा, तलाकशुदा और असहाय महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
✔ सामाजिक ज़िम्मेदारी – आत्मनिर्भर बनने के बाद लाभार्थियों को भी आगे दूसरों की मदद के लिए प्रेरित किया जाएगा।
योजना के लाभ:
✅ गरीब और ज़रूरतमंद लोग ब्याज मुक्त लोन के ज़रिए स्वरोजगार शुरू कर सकेंगे।
✅ जकात की राशि को सिर्फ दान के रूप में खर्च करने के बजाय इसे एक स्थायी आर्थिक सुधार योजना में बदला जाएगा।
✅ पसमांदा समाज को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर ले जाया जाएगा।
✅ बेसहारा बच्चों, महिलाओं और ज़रूरतमंद परिवारों की शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
✅ एक स्थायी आर्थिक प्रणाली विकसित होगी, जिससे भविष्य में हजारों लोगों को लाभ होगा।
“जकात फाउंडेशन” की औपचारिक शुरुआत
📌 4 मार्च 2025 को इस योजना की औपचारिक शुरुआत हुई, जब ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोहम्मद इदरीश ने ₹1500/- (डेढ़ हजार रुपए) सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा, जनपद गौतम बुद्ध नगर में संगठन के खाते में जकात के रूप में जमा किया। यह एक छोटी शुरुआत है, लेकिन इसका उद्देश्य समाज में बड़ा परिवर्तन लाने वाला है।
संगठन की अपील: इस नेक कार्य का हिस्सा बनें
माह-ए-रमज़ान रहमतों और बरकतों का महीना है। इस मौके पर हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि हम अपनी जकात पहले अपने गरीब रिश्तेदारों, मिस्कीनों और जरूरतमंदों को दें। लेकिन यदि संभव हो, तो इसका एक हिस्सा “जकात फाउंडेशन” में जमा करें, ताकि इसे योजनाबद्ध तरीके से समाज के आर्थिक उत्थान में लगाया जा सके।

संपर्क करें:
📍 मुहम्मद युनुस
📌 चीफ़ एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर
📞 +91 90844 48524

📍 परवेज़ हनीफ
📌 राष्ट्रीय अध्यक्ष
📞 +91 94123 13107

📍 मोहम्मद इदरीश
📌 राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष
📞 +91 96345 88658

📌 संगठन का आधिकारिक खाता विवरण जल्द साझा किया जाएगा।
“जकात सिर्फ दान नहीं, बल्कि समाज के लिए निवेश है।”
✅ इस नेक पहल में सहयोग करें और समाज के कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करें।
💡 “आज ही अपनी जकात जमा करें और इस बदलाव का हिस्सा बनें!”
🔔 विशेष नोट: संगठन “जकात फाउंडेशन” के माध्यम से सहायता प्रदान करते समय धर्म, जाति, संप्रदाय, मसलक, फ़िर्क़ा आदि का भेदभाव नहीं करेगा।
⚡ आइए, मिलकर एक सशक्त समाज का निर्माण करें!