एआइपीएमएम ने वीर अब्दुल हमीद व अब्दुलय कय्यूम अंसारी की मनाई जयंती

धर्म के नाम पर विभाजन को अब्दुल कय्यूम अंसारी ने खुलकर किया था विरोधः मारूफ
हमें इन महापुरुषों से प्रेरणा लेने की जरूरतः इलियास
लखनऊ। आज लखनऊ स्थित आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज (एआइपीएमएम) के राष्ट्रीय कार्यालय पर महान स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल कय्यूम अंसारी व परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की जयंती राष्ट्रीय प्रधान महासचिव श्री मारूफ अली अंसारी के नेतृत्व में मनाई गई। इस अवसर पर श्री मारूफ ने इन दोनों महानुभूतियों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा जब भारत का धर्म के नाम पर विभाजन हो रहा था तब अब्दुल कय्यूम अंसारी जी ने भारत विभाजन का खुलकर विरोध किया था उन्होंनें कहा कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा स्वीकार नहीं और न ही कोई राष्ट्र धर्म के आधार पर तरक्की कर सकता है। यहां तक कि आप देश के बंटवारे के विरुद्ध में लगभग चालीस हजार की संख्या लेकर दिल्ली पहुंच कर ,विरोध प्रदर्शन किया था। अब्दुल कय्यूम अंसारी जी आजीवन मुस्लिम समाज के दबे कुचले, वंचितों के लिए संघर्षरत रहे।

 

इस अवसर पर मध्य उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री अफजल अंसारी जी ने वीर अब्दुल हमीद के बारे में कहा वीर अब्दुल हमीद दर्जी समाज से आते हैं जो कुछ लोग ही जानते हैं यह मै इसलिये बता रहा हूं कि अगर पसमांदा मुसलमानों को देश की सेवा करने का अवसर मिला तो उसने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास किया है। वीर अब्दुल हमीद, अब्दुल कय्यूम अंसारी या डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम के रूप में इसके उदाहरण देख सकते हैं। संगठन के प्रदेश महासचिव व लखनऊ प्रभारी इलियास सलमानी ने कहा कि हमें इन महापुरुषों से प्रेरणा लेकर देश निर्माण में अपनी भूमिका तय करनी चाहिए। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज, पसमांदा समाज के भीतर उनके महापुरुषों द्वारा किये गए कार्यों और उनको लगातार याद करने का काम करता है ताकि पसमांदा समाज इन महापुरुषों से प्रेरणा लेकर देश व समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सके। परिणाम स्वरूप अब पसमांदा समाज जागरूक भी हो रहा है।
इस अवसर पर लखनऊ जिला अध्यक्ष फैज मोहम्मद, पीबी खां, मोहम्मद यहया, श्रीपाल अर्कवंशी, मुनव्वर अल्वी, शकील लेड़ी, एहतेशाम आदि लोग मौजूद रहे।