संभल हिंसा की ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने की निंदा 

ऐसे संवेदनशील मामलों में न्यायिक प्रक्रिया का निष्पक्ष होना जरूरी
लखनऊ। 19 नवंबर को संभल में सदर शाही मस्जिद को हरिहर मंदिर घोषित करने और मुस्लिम पक्ष को बगैर सुने सर्वे प्रक्रिया किए जाने के कारण उत्पन्न विवाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मृत्यु और पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज इस घटना की घोर निंदा करता है और मृतकों के परिजनों व घायलों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है। साथ ही, महाज शांति, सौहार्द, और न्याय की अपील करता है।
ऐसे संवेदनशील मामलों में न्यायिक प्रक्रिया का निष्पक्ष और पारदर्शी होना अति आवश्यक है। बिना सभी पक्षों को सुने किसी भी निर्णय पर पहुंचना न्याय और कानून के मूल सिद्धांतों के विपरीत है। हालांकि, न्यायिक प्रक्रिया का विरोध संविधान सम्मत और शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए था। जो लोग हिंसा या उकसावे के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, पुलिस को भी संयम और निष्पक्षता के साथ कार्य करना चाहिए था। महाज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान का समर्थन करता है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘हर मस्जिद में शिवलिंग और मंदिर तलाशना उचित नहीं है।‘ ऐसे संतुलित और विवेकपूर्ण दृष्टिकोण समाज में सौहार्द और संवाद को बढ़ावा देते हैं।
संगठन ने कहा हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। यह घटना उन तत्वों की साजिश हो सकती है, जो समाज में नफरत और विभाजन फैलाना चाहते हैं। महाज सभी समुदायों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील करता है। धार्मिक स्थलों से जुड़े विवादों के स्थायी समाधान के लिए एक राष्ट्रीय नीति बनाई जानी चाहिए, जो न्याय और पारदर्शिता पर आधारित हो। यह नीति देश में सामाजिक और धार्मिक सौहार्द को बनाए रखने में सहायक होगी।
संगठन ने कहा घटना की निष्पक्ष जांच करवाई जाए, जिससे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके चाहे वे किसी भी समुदाय से हों। साथ ही प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा और सहायता प्रदान की जाए।
सामाजिक संगठन और धार्मिक नेता सभी समुदायों के बीच संवाद स्थापित कर शांति और सहिष्णुता का संदेश फैलाएं ताकि समाज को विभाजित करने वाले तत्वों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों।
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज का मानना है कि धर्म का असली उद्देश्य मानवता, एकता, और शांति को बढ़ावा देना है। संभल की घटना यह चेतावनी देती है कि समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसे विवादों के स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। महाज सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे संयम बरतें और देश में शांति और सौहार्द बनाए रखने में अपना योगदान दें।