ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ (AIPMM) एक गैर-राजनीतिक सामाजिक संगठन है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य पसमांदा मुस्लिम समाज को जागरूक करना, उनकी सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक, और राजनीतिक स्थिति को सुदृढ़ करना, तथा समाज में भाईचारा और सौहार्द को बढ़ावा देना है। हाल ही में कुछ पदाधिकारियों द्वारा राजनीतिक बयानबाजी की घटनाओं ने संगठन की मूल विचारधारा और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। यह लेख AIPMM की गैर-राजनीतिक प्रकृति, इसके उद्देश्यों, और समाज में इसकी भूमिका को विस्तार से स्पष्ट करता है, साथ ही यह अपील करता है कि संगठन को राजनीतिक विवादों से दूर रखा जाए।
AIPMM की गैर-राजनीतिक प्रकृत और विचारधारा- ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ की स्थापना पसमांदा मुस्लिम समुदाय, जो भारत के मुस्लिम समाज का लगभग 85% हिस्सा है, के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए की गई थी। यह संगठन अपनी विचारधारा को इस्लाम के ऐतिहासिक और धार्मिक सिद्धांतों, जैसे “सुलह हुदैबिया,” “मीसाक-ए-मदीना,” “नबी करीम का आखिरी खुतबा,” और “लाकुम दीनाकुम वलियादीन” पर आधारित करता है। ये सिद्धांत शांति, सह-अस्तित्व, सामाजिक समानता, और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देते हैं।
AIPMM का मानना है कि पसमांदा मुस्लिम समाज, जो ऐतिहासिक रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से उपेक्षित रहा है, को मुख्यधारा में लाने के लिए जागरूकता, शिक्षा, और सामाजिक न्याय की आवश्यकता है। संगठन का उद्देश्य किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन करना या उसका प्रवक्ता बनना नहीं है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर एक समावेशी और प्रगतिशील समाज की स्थापना करना है।
AIPMM के प्रमुख उद्देश्य
AIPMM के कार्यक्षेत्र और उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. शिक्षा में सुधार: शिक्षा को समाज की प्रगति की नींव मानते हुए, AIPMM पसमांदा समुदाय में शैक्षिक जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाता है। यह बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की साक्षरता, और उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करता है। ‘पसमांदा जागरूकता अभियान’ के तहत सैकड़ों गांवों में शिक्षा का प्रचार किया गया है।
2. स्वास्थ्य जागरूकता और सुविधाएं: संगठन स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाता है और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करता है। इसका उद्देश्य पसमांदा समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
3. राजनीतिक हिस्सेदारी: AIPMM पसमांदा समाज को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करता है। यह संगठन मानता है कि बिना राजनीतिक हिस्सेदारी के समुदाय का विकास संभव नहीं है। हालांकि, यह हिस्सेदारी किसी विशेष दल के समर्थन के रूप में नहीं, बल्कि समुदाय के अधिकारों और प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने के रूप में है।
4. सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास: AIPMM पसमांदा समुदाय की ऐतिहासिक उपेक्षा को दूर करने के लिए सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास पर जोर देता है। इसके तहत “ज़कात फाउंडेशन” की स्थापना और स्वरोजगार योजनाओं का संचालन किया गया है।
5. वैज्ञानिक टेंपरामेंट और भाईचारा: संगठन वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज में सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास करता है। यह सभी धर्मों और समुदायों के बीच सह-अस्तित्व और समरसता को प्रोत्साहित करता है।
राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा- हाल ही में कुछ पदाधिकारियों द्वारा की गई राजनीतिक बयानबाजी ने संगठन की गैर-राजनीतिक छवि को प्रभावित किया है। यह स्पष्ट किया जाता है कि AIPMM का उद्देश्य किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन या विरोध करना नहीं है। संगठन का कार्यक्षेत्र सामाजिक सुधार और समुदाय का उत्थान है, न कि राजनीतिक दलों के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप में शामिल होना। ऐसी बयानबाजी न केवल संगठन की मूल विचारधारा के खिलाफ है, बल्कि यह पसमांदा समुदाय के व्यापक हितों को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
AIPMM सभी राजनीतिक दलों का सम्मान करता है और उनसे अपील करता है कि वे अपने दलों में शामिल पसमांदा मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं को उचित राजनीतिक हिस्सेदारी प्रदान करें। यह हिस्सेदारी समुदाय को सशक्त बनाने और उनकी आवाज को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
AIPMM की अपील और भविष्य की दिशा- ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ अपने सभी पदाधिकारियों और सदस्यों से अपील करता है कि वे संगठन की गैर-राजनीतिक प्रकृति का सम्मान करें और केवल उन गतिविधियों में भाग लें जो इसके उद्देश्यों के अनुरूप हों। संगठन को किसी भी राजनीतिक दल का प्रवक्ता बनने से बचना चाहिए। इसके बजाय, हमें निम्नलिखित दिशाओं में कार्य करना चाहिए:
– जागरूकता अभियान: पसमांदा समुदाय को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं, और अवसरों के प्रति जागरूक करना।
– संगठन का विस्तार: उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में जिला, तहसील, और ब्लॉक स्तर पर संगठन का विस्तार करना।
– पारदर्शिता और अनुशासन: संगठन के सभी कार्यों को पारदर्शी और अनुशासित तरीके से संचालित करना।
– सामाजिक एकता: सभी धर्मों और समुदायों के बीच भाईचारा और सौहार्द को बढ़ावा देना।
AIPMM यह भी अपील करता है कि सभी राजनीतिक दल पसमांदा मुस्लिम समाज के उत्थान के लिए उनके नेताओं को अधिक जिम्मेदारी और प्रतिनिधित्व दें। यह न केवल समुदाय के लिए, बल्कि देश की सामाजिक और राजनीतिक एकता के लिए भी लाभकारी होगा। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ एक गैर-राजनीतिक सामाजिक संगठन है, जो पसमांदा मुस्लिम समाज के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक, और राजनीतिक उत्थान के लिए समर्पित है। संगठन की विचारधारा शांति, सह-अस्तित्व, और सामाजिक न्याय पर आधारित है। राजनीतिक बयानबाजी में शामिल होना न केवल संगठन के उद्देश्यों के खिलाफ है, बल्कि यह समुदाय के व्यापक हितों को भी कमजोर कर सकता है। AIPMM सभी दलों से समान सम्मान और सहयोग की अपेक्षा करता है और पसमांदा समुदाय को मुख्यधारा में लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।
हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस संगठन को राजनीतिक विवादों से दूर रखें और इसके सामाजिक सुधार के मिशन में सहयोग करें। पसमांदा समाज की प्रगति और देश में भाईचारे की स्थापना के लिए एकजुट होकर कार्य करें।
मुहम्मद युनुस
मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीईओ