मानीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एनडीटीवी के संवाददाता के सवाल के जवाब में पसमांदा मुस्लिम समाज को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है। मोदी जी ने कहा है कि अगड़ा मुस्लिम समाज यानिकी अशरफ़ मुस्लिम समाज का पसमांदा मुस्लिम समाज पर आज भी कब्ज़ा बना हुआ है। अशरफ़ मुस्लिम समाज ने पसमांदा मुस्लिम समाज को मसलक, मजार, मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड, इमारत ए शरिया आदि फंदे में फंसा रखा है और ये लोग जो राग अलापते है वही राग पसमांदा मुस्लिम समाज भी बगैर सोचे समझे अलापना शुरू कर देता है। ज्ञात हो कि पसमांदा मुस्लिम समाज की कुल मुस्लिम आबादी की 85% है और देश की कुल आबादी का 13% है। पसमांदा मुस्लिम समाज विशेष करके अंसारी/ बुनकर की आबादी करीब 50% है और देश की आबादी का 7% है। अगर पसमांदा मुस्लिम समाज जागरूक होकर राजनीतिक दलों से अपने समाज की शिक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक न्याय, राजनीतिक हिस्सेदारी एवं समाज के विकास के मुद्दे पर वोट करें तो समाज में सुधार हो सकता है। और अगर पसमांदा मुस्लिम समाज अशरफ़ राजनीतिज्ञ, बुद्धजीवी एवम् मौलाना और मौलवियों द्वारा बनाए हुऐ इस्लाम बचाओ, संविधान बचाओ एवम् मस्ज़िद मदरसे बचाओ जैसे बनावटी नरेटिव में फंसकर राजनीतिक दलों को वोट देते रहेंगे तो पसमांदामुस्लिम समाज का कोई भला होने वाला नहीं है। मोदी जी ने अरक्षण को लेकर जवाब दिया है कि धर्म के आधर पर किसी को भी आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। देश के सभी संसाधनों पर 140 करोड़ देश वासियों का बराबर का हक है। इसमें हिन्दू मुस्लिम को अलग करके देखने का कोई करण नहीं है। मानीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एनडीटीवी के संवाददाता के सवाल के जवाब में पसमांदा मुस्लिम समाज को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है। मोदी जी ने कहा है कि अगड़ा मुस्लिम समाज यानिकी अशरफ़ मुस्लिम समाज का पसमांदा मुस्लिम समाज पर आज भी कब्ज़ा बना हुआ है। अशरफ़ मुस्लिम समाज ने पसमांदा मुस्लिम समाज को मसलक, मजार, मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड, इमारत ए शरिया आदि फंदे में फंसा रखा है और ये लोग जो राग अलापते है वही राग पसमांदा मुस्लिम समाज भी बगैर सोचे समझे अलापना शुरू कर देता है। ज्ञात हो कि पसमांदा मुस्लिम समाज की कुल मुस्लिम आबादी की 85% है और देश की कुल आबादी का 13% है। पसमांदा मुस्लिम समाज विशेष करके अंसारी/ बुनकर की आबादी करीब 50% है और देश की आबादी का 7% है। अगर पसमांदा मुस्लिम समाज जागरूक होकर राजनीतिक दलों से अपने समाज की शिक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक न्याय, राजनीतिक हिस्सेदारी एवं समाज के विकास के मुद्दे पर वोट करें तो समाज में सुधार हो सकता है। और अगर पसमांदा मुस्लिम समाज अशरफ़ राजनीतिज्ञ, बुद्धजीवी एवम् मौलाना और मौलवियों द्वारा बनाए हुऐ इस्लाम बचाओ, संविधान बचाओ एवम् मस्ज़िद मदरसे बचाओ जैसे बनावटी नरेटिव में फंसकर राजनीतिक दलों को वोट देते रहेंगे तो पसमांदामुस्लिम समाज का कोई भला होने वाला नहीं है। मोदी जी ने अरक्षण को लेकर जवाब दिया है कि धर्म के आधर पर किसी को भी आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। देश के सभी संसाधनों पर 140 करोड़ देश वासियों का बराबर का हक है। इसमें हिन्दू मुस्लिम को अलग करके देखने का कोई अवचित्य नहीं है। प्रधामनात्री जी ने कहा है कि पसमांदा मुस्लिम समाज की स्थिति बहुत दयनीय है इनको विकास के अवसर मिलने चाहिए। ऑल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महज़ उम्मीद करता है कि लोकसभा चुनाव में तीसरे बार जीत दर्ज कराकर नरेंद्र मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण करेंगे उसके बाद प्रधानमंत्री जी पसमांदा मुस्लिम समाज की शिक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय,सामाजिक सुरक्षा, राजनीतिक हिस्सेदारी एवम् सामूदायिक विकास हेतु उचित क़दम उठाएंगे।
अशराफ मुस्लिम समाज ने पसमांदा मुसलमानो को मजार, मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड, इमारत ए शरिया आदि में फंसा रखा है: प्रधानमंत्री
स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल कय्यूम अंसारी एवं परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की जयंती मनाई गयी।
झारखंड के वीर शहीद बुधु भगत, जिन्होंने तीर-धनुष व कुल्हाड़ी से अंग्रेजों की बंदूक का किया सामना
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ की वर्चुअल बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई
पसमांदा मूवमेंट, इस बार राजनीतिक गलियारों में अपना संदेश पहुंचाने में कामयाब : शमीम अंसारी