गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि बनाये जाने का एआइपीएमएम ने किया स्वागत

इंडोनेशिया भारत संबध विष्व में शांति को बढ़ावा देने के हैं प्रतीक: परवेज
लखनऊ। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने भारत सरकार द्वारा इंडोनेशिया के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांतो को 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के निर्णय का हृदय से स्वागत किया है। संगठन ने इस ऐतिहासिक निर्णय को भारत और इंडोनेशिया के गहरे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों का प्रतीक बताया है।
महाज ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया के बीच एक अनूठा सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध है, जो सदियों पुरानी परंपराओं और ऐतिहासिक धरोहरों से परिलक्षित होता है। दोनों देशों के बीच एक साझा सांस्कृतिक इतिहास है, जिसमें शांति, सहिष्णुता और विविधता को प्रोत्साहित करने के मूलभूत मूल्य निहित हैं। भारत और इंडोनेशिया की साझी सभ्यताएं न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रेरणास्रोत हैं।
संगठन ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर महामहिम राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की उपस्थिति भारत और इंडोनेशिया के रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी। यह न केवल दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा बल्कि दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच सहयोग, शांति और समृद्धि को भी बढ़ावा देगा।
महाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष परवेज हनीफ ने कहा, ‘इंडोनेशिया जैसे मित्र राष्ट्र के साथ भारत का संबंध न केवल हमारे ऐतिहासिक संबंधों को दर्शाता है, बल्कि यह विश्व में शांति और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। हम इस पहल की सराहना करते हैं और आशा करते हैं कि दोनों देशों के बीच सहयोग और संवाद नए आयाम स्थापित करेगा। संगठन ने भारत और इंडोनेशिया के नेताओं को इस ऐतिहासिक अवसर पर बधाई दी और इसे दोनों देशों के नागरिकों के लिए गौरव का क्षण बताया।
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के चीफ एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मुहम्मद युनुस ने इस अवसर पर दोनों देशों के बीच व्यापार, सांस्कृतिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय ‘वसुधैव कुटुंबकम्‘ की भावना को मजबूत करता है, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा का आधार है।