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“डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अकादमी” बनी पसमांदा समाज की उम्मीद की किरण
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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता मोहम्मद यूनुस की पहल — गाँव में आधुनिक शिक्षा की नींव
ग्राम गुजरहना मोतीपुर (बहराइच)। ग्राम गुजरहना मोतीपुर, ज़िला बहराइच में शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए “डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अकादमी” का शुभारंभ किया गया। यह पहल ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के तत्वावधान में की गई है और इसे संगठन का शिक्षा क्षेत्र में पहला पायलट प्रोजेक्ट माना जा रहा है। इस अकादमी का उद्देश्य पसमांदा समाज के बच्चों को दीनी तालीम के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा प्रदान करना है, ताकि वे धार्मिक, नैतिक और बौद्धिक रूप से सशक्त होकर समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।
LKG–UKG कक्षाओं से शुरुआत, समग्र विकास पर जोर
अकादमी में फिलहाल LKG और UKG कक्षाओं की शुरुआत की गई है।
सुबह के समय बच्चों को मदरसा प्रणाली के अंतर्गत दीनी तालीम दी जाएगी, जबकि इसके बाद उन्हें गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और अन्य आधुनिक विषयों की शिक्षा प्रदान की जाएगी। संस्थान का लक्ष्य बच्चों के नैतिक, बौद्धिक और सामाजिक विकास पर एक साथ ध्यान केंद्रित करना है। इस अकादमी की स्थापना मोहम्मद यूनुस (पूर्व उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष, रिसर्च स्कॉलर्स एसोसिएशन, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) द्वारा अपने गाँव और समाज के प्रति कृतज्ञता स्वरूप की गई है। उन्होंने कहा — “शिक्षा वह शक्ति है जो अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर उजाले की ओर ले जाती है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से हमारे बच्चे न सिर्फ अपने परिवार बल्कि समाज और राष्ट्र का भविष्य भी उज्ज्वल बना सकते हैं।”
अकादमी की स्थापना में ग्रामवासियों और संगठन के सदस्यों का अमूल्य योगदान रहा। विशेष रूप से नफीस अंसारी, दोस मोहम्मद, सिराज अहमद, यूनुस ठेकेदार, हकीम अहमद, मुलीम अहमद, सगीर अहमद, गरीबुल्लाह, बबलू बदरुद्दीन, जमील अहमद, असमा खातून, अरीशा, हाफ़िज़ मुलीम, हाफ़िज़ ज़ाकिर और ग्राम पंचायत गुजराना मोती के सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा।
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने कहा कि यह पहल किसी भी मौजूदा शिक्षा व्यवस्था का विरोध नहीं, बल्कि समाज में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की एक रचनात्मक कोशिश है।
संगठन ने सभी समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों और युवाओं से इस मिशन में सहयोग करने की अपील की है, ताकि पसमांदा समाज के बच्चे एक उज्ज्वल और सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।