पसमांदा समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरणादायक सगीर अहमद बज़्मी का अनोखा तरीका

ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ पसमांदा के प्रदेश सचिव सगीर अहमद बज़्मी की इस अनोखी पहल का हार्दिक स्वागत करता है। उनका यह मॉडल पसमांदा समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरणादायक और अनुकरणीय है। हर रविवार ग्राम या शहर में मीटिंग आयोजित कर धीरे-धीरे एक बड़ी टीम बनाने की उनकी कोशिश अत्यंत सराहनीय है।संगठन आप सभी ग्राम, ब्लॉक, तहसील, ज़िला, मंडल, प्रदेश, और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों एवं सदस्यों से सगीर बज़्मी मॉडल को अपनाने की अपील करता है। यह मॉडल हर रविवार या शुक्रवार को पसमांदा जागरूकता अभियान को अपने क्षेत्र में बढ़ावा देने का बेहतरीन साधन है।
इस मॉडल के तहत अपनाए जाने वाले कदम:
1. स्थानीय स्तर पर बैठकें आयोजित करें शुरुआत में 5-6 लोगों के साथ छोटे समूह बनाएं।
इन बैठकों में स्थानीय पसमांदा समाज के लोगों को जोड़ें और संवाद स्थापित करें।
2. समाज में संवाद बढ़ाएं  लोगों को पसमांदा समाज के अधिकार, इतिहास, और मुद्दों के बारे में शिक्षित करें।

संविधान का पालन, सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने के लिए जागरूकता फैलाएं।
पसमांदा मुस्लिम समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीतिक हिस्सेदारी, आर्थिक विकास, और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करें।
3. स्थानीय टीम बनाएं
अभियान में शामिल लोगों को सक्रिय सदस्य के रूप में प्रशिक्षित करें।
अशरफ मुस्लिम समाज द्वारा किए गए भेदभाव और उनके वोट बैंक की राजनीति को उजागर करें।
4. संदेश का प्रसार करें: सफल कार्यक्रमों की जानकारी सोशल मीडिया, स्थानीय समुदाय, और प्रशासन (थाना प्रभारी/चौकी प्रभारी/कोतवाली) के माध्यम से साझा करें।
5. नियमितता बनाए रखें: हर रविवार या शुक्रवार को यह मीटिंग करना सुनिश्चित करें। इसे एक सतत अभियान के रूप में चलाएं ताकि अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें।
सगीर बज़्मी जैसे प्रेरक व्यक्तित्वों के प्रयासों से हमें प्रेरणा लेकर इस मॉडल को हर क्षेत्र में लागू करना चाहिए। इससे पसमांदा समाज को जागरूक और संगठित करने का लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा।