पसमांदा पिछड़े व दलित कर्मचारियों–पेंशनर्स के अधिकारों को लेकर अहम विमर्श

दिनांक: 23 नवंबर 2025 | समय: रात 9:30 बजे ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ की एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक बैठक ज़ूम के माध्यम से संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब परवेज़ हनीफ साहब ने की तथा संचालन का दायित्व राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जनाब मुहम्मद यूनुस ने निभाया।

यह बैठक विशेष रूप से पसमांदा (पिछड़े एवं दलित) कर्मचारियों और पेंशनर्स के अधिकार, सम्मान तथा उनके उचित प्रतिनिधित्व को सशक्त करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। इसमें विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ पदाधिकारियों, कर्मचारियों, पेंशनर्स और विधि-विशेषज्ञों ने भाग लिया।

बैठक के प्रमुख उद्देश्य और मुख्य एजेंडे

1. ऑल इंडिया पसमांदा एम्प्लॉइज़ एवं पेंशनर्स फोरम के गठन पर विस्तृत विचार-विमर्श

संगठन ने पसमांदा समुदाय के सरकारी, गैर-सरकारी, अर्द्ध–सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक राष्ट्रीय फोरम के गठन की आवश्यकता पर गहन चर्चा की।
इस फोरम के मुख्य उद्देश्य होंगे —

पसमांदा कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा

पदोन्नति एवं प्रतिनिधित्व में वृद्धि

कार्यस्थलों पर भेदभाव-निरोधक तंत्र

पेंशनर्स के लिए मार्गदर्शन और सहायता

फोरम की संरचना, संचालन और दायित्वों पर विस्तृत विमर्श किया गया।

2. संगठनात्मक विस्तार—तीन प्रमुख मोर्चों के गठन पर बल

सीईओ मुहम्मद यूनुस ने कहा: “पसमांदा आंदोलन को लीग-स्तर पर मजबूत करने के लिए कर्मचारी फोरम, पर्सनल लॉ बोर्ड और महिला मोर्चा—तीनों का एक साथ संगठित होना अत्यंत आवश्यक है।”

बैठक में लिए गए निर्णय: a) ऑल इंडिया पसमांदा पर्सन लॉ बोर्ड राष्ट्रीय संयोजक श्री शमीम अंसारी के नेतृत्व में इसकी संगठनात्मक प्रक्रिया तेज़ी से जारी है। b) ऑल इंडिया पसमांदा एम्प्लॉइज़ एवं पेंशनर्स फोरम यह फोरम श्री सामिन (सामिन) अंसारी और श्री इलयास सलमानी के नेतृत्व में स्थापित किया जाएगा।

c) ऑल इंडिया पसमांदा महिला मोर्चा महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने हेतु एक योग्य महिला पदाधिकारी को शीघ्र ही इसकी कमान सौंपी जाएगी।

3. राज्यों से आए प्रतिभागियों के महत्वपूर्ण सुझाव- दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पसमांदा कर्मचारियों की समस्याओं और उनके समाधान साझा किए।
सभी ने जोर देकर कहा कि पसमांदा कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने के लिए एक सशक्त, स्वतंत्र और पारदर्शी मंच अनिवार्य है।

4. सर्वसम्मति से लिया गया ऐतिहासिक निर्णय- लंबी चर्चा के बाद यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि — “ऑल इंडिया पसमांदा एम्प्लॉइज़ एंड पेंशनर्स फोरम का गठन शीघ्र पूरा कर इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।”

बैठक में शामिल सभी प्रतिभागियों के नाम (कॉमा से पृथक): मुहम्मद यूनुस, सामिन अंसारी, डॉ. फ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ी, एडवोकेट अबू शाहिद अंसारी, मो. परवेज़ आलम, डॉ. नसीम अनवर, समिम अख्तर, तौक़ीर अहमद, इंजीनियर शफ़क़त अली, जब्बार हुसैन, शम्सुल हक़, ए. एम. आमिर अंसारी, शाहिन अंसारी, नसीम उद्दीन अंसारी, सिकंदर, अबदुल्लाह इलियास, अली, एम. डी. कैफ़ अंसारी यह बैठक पसमांदा कर्मचारियों एवं पेंशनर्स की राष्ट्रीय आवाज़ को एक मंच प्रदान करने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक साबित होगी। महाज़ का नेतृत्व पसमांदा समाज की समानता, न्याय और राजनीतिक-सामाजिक प्रतिनिधित्व को लेकर पूर्णतः संकल्पबद्ध है।

मुहम्मद यूनुस
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़