गठन ने इस बयान को देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने वाला बताया
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ द्वारा एक महत्वपूर्ण ज़ूम मीटिंग का आयोजन किया गया। इसमें संगठन के राष्ट्रीय, प्रदेश, और जिला स्तर के पदाधिकारी, पसमांदा बुद्धिजीवी, उलमा, और एक्टिविस्ट शामिल हुए। मीटिंग में सभी बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए।
सर्वप्रथम- मीटिंग में सर संचालक श्री मोहन भागवत के हालिया बयान का स्वागत किया गया। बयान में उन्होंने कहा कि “हम सब भारतीय हैं और धर्म, संप्रदाय, जाति इसमें बाधा नहीं बन सकती है।”
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ ने इस विचारधारा का समर्थन करते हुए इसे महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर, और अब्दुल कय्यूम अंसारी जैसे महान नेताओं की सोच के अनुरूप बताया। संगठन ने इस बयान को देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने वाला बताया। महाज़ ने अपने सदस्यों से अपील की कि वे इस संदेश को समाज के हर स्तर तक पहुंचाएं और सौहार्दपूर्ण भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।
1. झारखंड में पसमांदा सम्मेलन का आयोजन
अब्दुल कय्यूम अंसारी की पुण्यतिथि के अवसर पर झारखंड में एक भव्य पसमांदा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
सम्मेलन में लगभग 200 पसमांदा बुद्धिजीवी, राजनेता, उलमा, और एक्टिविस्ट्स शामिल होंगे। अनुमानित खर्च: ₹1,00,000। सभी पदाधिकारियों से संगठन के चंदा खाते में सहयोग करने की अपील की गई। झारखंड के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर पसमांदा समाज के उत्थान के लिए मांगें प्रस्तुत की जाएंगी। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
2. गणतंत्र दिवस पर जागरूकता अभियान
मुख्य बिंदु: संगठन के सभी कार्यालयों में 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। पसमांदा बस्तियों, मदरसों, और समुदायों में गणतंत्र दिवस का महत्व समझाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
देशभक्ति गीतों और राष्ट्र की एकता का संदेश देने के लिए प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा।—
3. कोरोना के बाद समाज में जागरूकता का प्रभाव- कोरोना महामारी के बाद पसमांदा समाज को जागरूक करने में संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भविष्य की योजनाएं:
शिक्षा: गरीब बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक मदद। स्वास्थ्य: जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना। सामाजिक न्याय: गरीब बच्चियों की शादी में आर्थिक सहायता। इन योजनाओं के लिए ज़कात, फितरा, और चंदे के माध्यम से धन जुटाने की योजना है।
4. आगामी रमज़ान की योजना
रमज़ान के दौरान एक विशेष टाइमटेबल तैयार किया जाएगा और इसे जिलों, शहरों, और गांवों में वितरित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
5. ईद के बाद राष्ट्रीय पसमांदा सम्मेलन- ईद के बाद दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का पसमांदा सम्मेलन आयोजित होगा।
मुख्य बिंदु: इसमें देश-विदेश के पसमांदा बुद्धिजीवी, राजनेता, उलमा, और एक्टिविस्ट्स शामिल होंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य पसमांदा समाज के मुद्दों पर चर्चा और उनके उत्थान के लिए ठोस कदम उठाना है।
बैठक में शामिल पदाधिकारी और सदस्य: (सभी प्रतिभागियों के नाम और पद बाद में दर्ज किए जाएंगे।)
निष्कर्ष: सभी बिंदुओं पर गंभीरता से चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि संगठन पसमांदा समाज के सामाजिक, शैक्षिक, और आर्थिक उत्थान के लिए ठोस योजनाओं पर काम करेगा। साथ ही, संगठन को और मजबूत बनाने के लिए हर स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस अवसर पर परवेज़ हनीफ, शमीम अंसारी, हाशिम पसमांदा। नेहाल अंसारी, अहमद अंसारी, उस्मान हलालखोर, रियाजउद्दीन बख़्खो, और नफीस मंसूरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, शमीम अंसारी राष्ट्रीय संयोजक, राष्ट्रीय महासचिव हारुन राईन, राष्ट्रीय कार्यकारी अधियक्ष, शरीक अदीब, नजीर अहमद अंसारी, मध्य उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अफजल अंसारी, प्रदेश अध्यक्ष बिहार, सुहेलउद्दीन अंसारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, शकील लेडी, एहतेशाम आदि लोग उपस्थित रहे।
मोहम्मद यूनुस
चीफ़ एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़