क़्फ़ बोर्ड में सुधार का उद्देश्य वक़्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाना है, जिससे सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो सके। वक़्फ़ अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन का मुख्य लक्ष्य वक़्फ़ बोर्डों की अनियंत्रित शक्तियों को नियंत्रित करना और वक़्फ़ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकना है। इन सुधारों के तहत महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए उन्हें वक़्फ़ बोर्डों में शामिल करने और वक़्फ़ संपत्तियों में उत्तराधिकार का अधिकार देने का प्रस्ताव है। यह कदम मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। वक़्फ़ अधिनियम (संशोधन विधेयक), 2024 का उद्देश्य वक़्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाना है। इसके लिए एक केंद्रीय डाटाबेस बनाने और वक़्फ़ संपत्तियों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है, ताकि वक़्फ़ से होने वाला लाभ लक्षित समुदायों तक पहुँचे। वक़्फ़ बोर्डों पर कुछ लोगों के कब्जे और संपत्तियों के दुरुपयोग के आरोपों के समाधान के लिए भी यह विधेयक लाया गया है। इससे वक़्फ़ बोर्डों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा और समुदाय के सभी वर्गों को न्याय मिलेगा। विधेयक में यह सुनिश्चित किया गया है कि संशोधन संविधान के अनुच्छेद 25 से 30 के तहत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करते हैं। इसका उद्देश्य उन लोगों को अधिकार देना है जिन्हें अभी तक व��़्फ़ संपत्तियों का लाभ नहीं मिला है। इन सुधारों का उद्देश्य वक़्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार करना और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना है। हालांकि, इन सुधारों को लागू करने से पहले सभी संबंधित पक्षों से व्यापक परामर्श की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी हितधारकों के विचारों को ध्यान में रखा गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल से क्या है AIPMM को उम्मीदें
क्यों पसमांदा आंदोलन को मिलना चाहिए पसमांदा समाज का समर्थन ?
श्री फैज़ मोहम्मद जी के साथ एक साक्षात्कार
मुस्लिम समाज का चेतावनी कांग्रेस बीजेपी को वोट नहीं देंगे !! जयराम,..इकलाख अंसारी को देंगे वोट....
आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के प्रदेश महासचिव अफ़ज़ाल अंसारी ने पसमांदा मुसलमानो के विकास को लेकर व...