सेक्युलर दलों ने पसमांदा मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कियाः अफजल
सुल्तानपुर। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार पसमांदा जागरूकता अभियान के तहत तिकोनिया पार्क, सुल्तानपुर में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष गफ्फार घोसी ने की, जबकि संचालन जिला उपाध्यक्ष खालिद मंसूरी ने किया।
मुख्य वक्ता के रूप में मध्य उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अफजल अंसारी ने कहा कि ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज पिछड़े, दलित और गरीब मुसलमानों के हक की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की कुल आबादी में 85 प्रतिशत पसमांदा मुसलमान हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें नेतृत्व से वंचित रखा जाता है।
श्री अंसारी ने तथाकथित धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) दलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आजादी के बाद से पसमांदा मुसलमानों को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया और उनके भीतर डर पैदा किया गया कि अगर उन्होंने इन दलों को वोट नहीं दिया तो वे सुरक्षित नहीं रहेंगे। लेकिन अब इस भय की राजनीति को खत्म करने का समय आ गया है।
श्री अंसारी ने कहा वक्फ संशोधन बिल को लेकर हो रही राजनीति पर कहा कि कुछ लोग इस बिल को लेकर पसमांदा मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं। यह वही लोग हैं जिन्होंने तीन तलाक बिल के समय भी डर का माहौल बनाया था, लेकिन उसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा। कहा कि वक्फ संपत्तियों पर आज भी धन्ना सेठों का कब्जा है, जिससे केवल चंद लोगों को फायदा मिल रहा है। उन्होंने सवाल किया कि अब तक वक्फ संपत्ति से कितने विश्वविद्यालय, अस्पताल और कल्याणकारी संस्थान बने हैं? अब पसमांदा मुसलमान अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं और अपने हक की लड़ाई खुद लड़ने के लिए आगे आ रहे हैं। पसमांदा जागरूकता अभियान का उद्देश्य पसमांदा समाज में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक चेतना लाना है, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए संगठित हो सकें।
इस अवसर पर अयोध्या मंडल अध्यक्ष जलील अहमद, जिला सचिव नसीब अली, कमाल अहमद, सिराज अहमद, तौफीक अहमद, किफायतुल्लाह, मकबूल इदरीसी, अब्दुल हमीद, अब्दुल खालिक, इदरीस, अहमद अली, मोहम्मद अहमद, जुनैद, असदउल्लाह, मो. नसीम, अनवर, जावेद सहित कई अन्य पदाधिकारी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।